Tuesday, December 13, 2022

Interview of kids विषय: कोरोना काल में लॉक डॉन के दौरान विद्यालयी स्तर के बालको में आन लाइन शिक्षा से ज्ञान अभिवृद्धि या तनाव ।


विषय वस्तु की भूमिका :कोरोना महामारी में स्कूली बालकों की पढ़ाई पर विशेष प्रभाव पड़ा।  शिक्षाविदों का मानना है की कोरोना काल में स्कूली बालकों के सन्दर्भ में  आन लाइन शिक्षा से ज्ञान अभिवृद्धि कम हुई है तनाव बढ़ा है।  आइए इसी विषय को लेकर कुछ बालकों से बात करते है।  मेरे सामने ही हैं।  

प्रश्न: (बालक नवीन से ) नवीन , अपनी उम्र , कक्षा तथा अपने पारवारिक माहौल के बारे में बताएं।  

उत्तर :मेरी उम्र 10 साल है।  मैं  सातवीं कक्षा का छात्र हूँ।  यह मेरा छोटा भाई है।  यह पाचंवी कक्षा में पढ़ता है।  मेरा पिता जी पुलिस में है।  मेरी माँ पीएचडी कर रही हैं।  

प्रश्न: लाक डाउन की वजह से स्कूल , बाजार , पार्क , खेल के मैदान सब बंद हो गए हैं।  उस दौरान जब आप को पता चला की आप को घर पर ही रहना है , स्कूल नहीं जाना तब आपको कैसा लगा।  

उत्तर: पहली बार जब सुना था तो बहुत अच्छा लगा था।लेकिन अब लगता है की जल्दी से स्कूल खुल जाएं।  

प्रश्न: आन लाइन में जब आपको पढ़ाया जा रहा था तब आपको कैसा महसूस हो रहा था। 

उत्तर: पहले तो कुछ समझ नहीं आता था।  पर अब धीरे धीरे आदत पड़ने लगी।  मोबाइल की बजाए लैप टॉप पर पढ़ना ज्यादा अच्छा लगता है।  

प्रश्न: आन लाइन से पढ़ना अच्छा लग रहा है ?

उत्तर:  जब मैडम  पाठ पढाती है अगर उसमे कहानी के पात्र बोलते दिखाई देते हैं , या पाठ बिलकुल कार्टून फिल्म जैसा लगता है तब पढ़ने में मज्जा आता है।  

प्रश्न: पुरे लोक डाउन में आपकी दिनचर्या कैसी रहती है।    

उत्तर: मैं अपनी माँ के साथ जल्दी उठ कर पार्क में जाता हूँ और मेरा भाई देर से उठना पसंद करता है।  हम दोनों भाई अपनी माँ की मदद करते है।  क्योकि उन्हे भी अपनी पढ़ाई करनी होती है।  हम टाईमटेबल के अनुसार ऑनलाइन क्लास लगाते हैं।  उसके बाद हम दोनों अपना मनपसंद खेल खेलते हैं।  कभी कभी हम दोनों में लड़ाई भी होती है।  लेकिन हम लोक डाउन की वजह से बाहर नहीं जा सकते इस लिए हम अपने घर में ही रहते हैं।  लेकिन अब हम बोर हो चुके है।  

प्रश्न:लोक डाउन खुलने के बाद आपको कैसा  लगेगा ?

उत्तर: इक बार तो बहुत अच्छा लगेगा।  हमे अपने स्कूल के दोस्तों की बहुत याद आ रही है।  

प्रश्न : लोक डाउन कि कौन सी बात ज्यादा याद आएगी ?

उत्तर: मेरे भाई का लेट तक उठना और मेरे मेरी माँ के साथ सुबह जल्दी उठ कर पार्क में जाना और एक्सरसाइज करना लॉकडाउन की मस्ती भी याद आएगी और जब हम अपने दोस्तों को याद करके बोर होते थे वो भी यादआएगा कि हम भगवन से प्रार्थना भी करते थे की लोकडाउन जल्दी से जल्दी खुल जाये।

Interviewer
Prof. Vandana Punia 

Saturday, December 10, 2022

Emergency Remote Teaching: Response of Pandemic Pedagogy as a New Normal Teaching

OER 

Overview:
 
The main thrust is to explore conceptual foundation, instructional design, delivery mechanisms, Crisis Management, and Benchmark proposals for high-performing Emergency Remote Teaching plans. Since the Pedagogical Approach of ERT is also based on Humanizing Pedagogy and Pedagogy of Care to adapt to student needs, some other aspects include assessing the system’s current digital infrastructure (internet, device access), student and teacher digital capabilities, and budget availability must be considered while adopting emergency remote teaching. This work will prepare the school, university, and college teachers to acquire 21st-century skills and competence along with technology-supported pedagogical innovations based on different technologies, digital tools, and techniques to enrich the emergence of remote teaching experiences.
Subject:
 
Information ScienceCommunicationEducation 
Level:
 
Community College / Lower DivisionGraduate / ProfessionalCareer / Technical 
Material Type:
 
Teaching/Learning StrategyTextbook 
Author:
 
 
Date Added:
 
11/12/2022
License:
 
Creative Commons Attribution Non-Commercial Share Alike  
Language:
 
English 
Media Format:
 
eBook


https://www.oercommons.org/courses/emergency-remote-teaching-response-of-pandemic-pedagogy-as-a-new-normal-teaching/view